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आज का पंचांग - 06 दिसम्बर 2022, मंगलवार
आप का दिन मंगलमय हो
- सूर्योदय:- 06:52 सूर्यास्त 17:24 एवं चंद्रोउदय:- 16:03
- चंद्रास्त:- 29:58 (ग्वालियर शहर )
- विक्रम संवत -2079 शाके -1944 वीरनिर्वाण संवत -2549
- सूर्य- दक्षिणायन एवं
- ऋतु - हेमन्त ऋतु
सूर्योदयकालीन तिथि,नक्षत्र,योग आदि :-
- मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष तिथि - चतुर्दशी तिथि आज दिन रात कल सुबह 08:01बजे तक पश्चात पश्चात कल पूर्णिमा तिथि तिथि एम है।
- नक्षत्र - भरणी नक्षत्र आज 08:37बजे प्रातः तक पश्चात कृतिका नक्षत्र शुरू है।
- योग - आज शिव तथा गर करण हैं
- पंचक:- पंचक ,भद्रा, गंडमूल नहीं है।
- अग्निवास:- पाताल में
- दिशाशूल: उत्तर दिशा
- राहूकाल - 14:46 बजे से 16:05 बजे तक अशुभ समय।
- अभिजीत मुहूर्त:- 11:46बजे से 12:28 बजे तक शुभ समय
- पर्व-त्योहार नहीं है
- मुहूर्त :- नही है।
- सूर्योदय समय ग्रह राशि गत विचार :- सूर्य-वृश्चिक, चन्द्र-मेष,मंगल- वृषभ, बुध-धनु, गुरु-मीन, शुक्र-धनु,शनि-मकर,राहू-मेष,केतु-तुला,प्लूटो-मकर, नेप्च्यून-कुंभ,यूरेनस-मेष में है।
चोघडिया, दिन
- रोग 06:52 - 08:11 अशुभ
- उद्वेग 08:11 - 09:30 अशुभ
- चर 09:30 - 10:49 शुभ
- लाभ 10:49 - 12:08 शुभ
- अमृत 12:08 - 13:27 शुभ
- काल 13:27 - 14:46 अशुभ
- शुभ 14:46 - 16:05 शुभ
- रोग 16:05 - 17:24 अशुभ
चोघडिया, रात
- काल 17:24 - 19:05 अशुभ
- लाभ 19:05 - 20:46 शुभ
- उद्वेग 20:46 - 22:27 अशुभ
- शुभ 22:27 - 24:09 शुभ
- अमृत 24:09* - 25:50 शुभ
ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन राष्ट्रीय गौरव अवॉर्ड प्राप्त मो.9425187186
https://astrohcjain.com/
05 दिसम्बर 2022, सोमवार का पंचांग
- सूर्योदय:- 06:51 एवं सूर्यास्त 17:23
- चंद्रोउदय:- 15:27 एवं चंद्रास्त:- 29:00 (ग्वालियर शहर )
- विक्रम संवत - 2079 शाके - 1944 वीरनिर्वाण संवत - 2549
- सूर्य- दक्षिणायन एवं ऋतु हेमन्त ऋतु
सूर्योदयकालीन तिथि,नक्षत्र,योग आदि :-
- मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष तिथि - त्रयोदशी तिथि आज दिन रात 30:47 बजे कल सुबह तक पश्चात पश्चात कल चतुर्दशी तिथि है।
- नक्षत्र - भरणी नक्षत्र आज दिन रात(कल 08:37)बजे प्रातः तक पश्चात कृतिका नक्षत्र शुरू है।
- योग - आज परिधि तथा कौलाब करण हैं
- पंचक:- पंचक ,भद्रा नहीं गंडमूल 07:15 बजे तक है।
- अग्निवास: पृथ्वी पर
- दिशाशूल: पूर्व दिशा में
- राहूकाल 08:11बजे से 09:30 बजे तक अशुभ समय।
- अभिजीत मुहूर्त:- 11:46बजे से 12:28 बजे तक शुभ समय
- पर्व-त्योहार सोम प्रदोष व्रत
- मुहूर्त :- करण भेदन है अन्य नही है।
- सूर्योदय समय ग्रह राशि गत विचार :- सूर्य-वृश्चिक, चन्द्र-मेष,मंगल- वृषभ, बुध-धनु, गुरु-मीन, शुक्र-धनु में शाम 17:57बजे, शनि-मकर,राहू-मेष,केतु-तुला, प्लूटो-मकर, नेप्च्यून-कुंभ, यूरेनस-मेष में है।
चोघडिया, दिन
- अमृत 06:52 - 08:11 शुभ
- काल 08:11 - 09:30 अशुभ
- शुभ 09:30 - 10:49 शुभ
- रोग 10:49 - 12:08 अशुभ
- उद्वेग 12:08 - 13:27 अशुभ
- चर 13:27 - 14:46 शुभ
- लाभ 14:46 - 16:05 शुभ
- अमृत 16:05 - 17:24 शुभ
चोघडिया, रात
- चर 17:24 - 19:05 शुभ
- रोग 19:05 - 20:46 अशुभ
- काल 20:46 - 22:27 अशुभ
- लाभ 22:27 - 24:08 शुभ
- उद्वेग 24:08 - 25:49 अशुभ
अधिक जानकारी के लिए सम्पर्क करें:-
ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन राष्ट्रीय गौरव अवॉर्ड प्राप्त मो.9425187186
https://astrohcjain.com/
03 दिसम्बर 2022, शनिवार का पंचांग
- सूर्योदय:- 06:50 सूर्यास्त 17:23 (ग्वालियर शहर )
- विक्रम संवत -2079 शाके -1944 वीरनिर्वाण संवत- 2549
- सूर्य- दक्षिणायन एवं ऋतु - हेमन्त ऋतु
सूर्योदयकालीन तिथि,नक्षत्र,योग आदि :-
- मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष तिथि - एकादशी तिथि दिन रात 29:34 बजे तक पश्चात द्वादशी है।
- नक्षत्र - रेवती नक्षत्र 30:15 बजे तक पश्चात अश्वनी नक्षत्र है।
- योग व्याघात तथा वणिज करण हैं
- पंचक:- पंचक 30:15 बजे समाप्त ,भद्रा 17:33 बजे से रात 29:34 तक,गंडमूल भी है।
- अग्निवास: पृथ्वी पर
- दिशाशूल: - पूर्व दिशा में
- राहूकाल 09:29बजे से 10:48 बजे तक अशुभ समय।
- अभिजीत मुहूर्त:- 11:46बजे से 12:28 बजे तक शुभ समय
- पर्व-त्योहार - मोक्षदा एकादशी व्रत,गीता जयंती p
- मुहूर्त :- कोई नहीं
- सूर्योदय समय ग्रह राशि गत विचार :- सूर्य-वृश्चिक, चन्द्र-मीन,मंगल- वृषभ, बुध-धनु, गुरु-मीन, शुक्र-वृश्चिक, शनि-मकर,राहू-मेष,केतु-तुला, प्लूटो-मकर, नेप्च्यून-कुंभ, यूरेनस-मेष में है।
चोघडिया, दिन
- काल 06:50 - 08:09 अशुभ
- शुभ 08:09 - 09:29 शुभ
- रोग 09:29 - 10:48 अशुभ
- उद्वेग 10:48 - 12:07 अशुभ
- चर 12:07 - 13:26 शुभ
- लाभ 13:26 - 14:45 शुभ
- अमृत 14:45 - 16:05 शुभ
- काल 16:05 - 17:24 अशुभ
चोघडिया, रात
- लाभ 17:24 - 19:05 शुभ
- उद्वेग 19:05 - 20:46 अशुभ
- शुभ 20:46 - 22:26 शुभ
- अमृत 22:26 - 24:07 शुभ
अधिक जानकारी के लिए सम्पर्क करें:-
ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन राष्ट्रीय गौरव अवॉर्ड प्राप्त मो.9425187186
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मस्ती की पाठशाला (चालीसा)
फिर मिल गयी दीदी ममता, उनने दिखाई सब पर समता
बन गयी वो जगत की बहना, सभी मानता उसका कहना
प्रभा बन गयी सबकी चहेती, सबसे खूब गिफ्ट वो लेतीजो उसका शुक्रिया करता, पांच दिलो की पेनाल्टी भरता
पिंकी दीदी पोयम गाती, फिर जाने कहा वो छिप जातीअपने प्यारे अली भाई, चालीस जैसी काया पाई
अपने सुरमय समय सुरेशा, सबकी चिंता करत हमेशाजब भी उनने गिटार बजाई, श्यामा दौड़ी चली आई
सबकी लाडली मन्नू रानी, मस्ती में वो सबकी नानीपोकिंग से वो दिन शुरु करती, सबका चैन सुख वो हरती
जब भी उसने पोल बनाया, सुभो ने उसका साथ निभायासुभो है उसका पक्का साथी, वो उसको बंगलो है बुलाती
लंच करन को रहत उतावल, कहती लाओ छोले चावलराजकुमार पकोड़े लाये, बाबा बनकर यहाँ पे छाए
राणा जी गुड मोर्निंग वाले, लगते है बहुत भोले भालेप्रीत फिर से लौट के आई, जब हम सबकी याद सताई
चोकलेटी पिंक के रघुनन्दन, करते सब उनको वंदनकिर्ती बनी स्माइल फ़ोरेवर, थोड़े तीखे उनके तेवर
तभी कही से मिन्गु आई, उसने यहाँ पर आग लगाईसबने ने मिलकर उसको घेरा, मिटा दिया उसका डेरा
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बॉलीवुड की पुकार "मैं झुकेगा नहीं साला"
बाहुबली से धीरे धीरे, आई साउथ की रेल रे..... केजीएफ- सुशांत से बिगडा, बॉलीवुड का खेल रे..... ऊपर से कोरोना आया, उसने सबका काम लगाया फिर आया ...
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आज वही बस स्टॉप था , जिसके इस पार हम और उस पार वो खड़ी थी हम भी नज़रें झुकाए खड़े थे और वो भी कुछ शरमाई लग रही थी ...
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