नए साल में शनि बनाएगा कुछ राशि वालो को रंक से राजा
और कुछ पर रहेगी शनि की टेढ़ी नजर
- शनि ग्रह का नाम कोन नहीं जानता इस का नाम सुनते ही हर किसी को मन में भय लगता है।
- परंतु शनि इतना खराब ग्रह नहीं है जितना सोच रखा है।
- यह ग्रह व्यक्ति के किए कर्मो का हिसाब किताब चुकता करता है यह न्याय प्रिय ग्रह है।
अगर किसी की जन्म कुंडली में इसकी स्थिति अच्छी है तो उसे रंक से राजा अपनी साढ़ेसाती की दशा में बना देता है। और स्थिति खराब है तो सब कुछ तहस नहस करा देता है। शनि एक राशि में ढाई वर्ष यानी 30 माह तक रहता है इसकी मंद गति अर्थात शनै शनै चलने के कारण ही शनेश्चर नाम पड़ा यह अच्छे या बुरे परिणाम भी धीरे धीरे करता रहता है और स्थाई छाप छोड़ कर जाता है।
इसकी साढ़ेसाती व्यक्ति के जीवन में तीन बार से अधिक नहीं आ सकती क्योंकि यह पूरी 12 राशियों का चक्कर 30 वर्षो में लगा पता है।
ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन ने बताया कि शनि
- वर्ष 2023 में 17 जनवरी को अपनी मकर राशि से अपनी ही कुंभ राशि में प्रवेश करेगा इस समय धनु राशि का साढ़ेसाती समाप्त होगा मकर राशि का आखरी ढैया चलता रहेगा कुंभ राशि पर हृदय पर साढ़ेसाती और मीन राशि पर प्रारंभ होगा।
- इसी के साथ 17 जनवरी से मिथुन,तुला, राशि बालो का ढैया समाप्त होकर कर्क और वृश्चिक राशि बालो पर शुरू हो जाएगा।
किन राशियों पर ढाई वर्ष यानी 30 माह तक कैसा रहेगा शनि ग्रह का फल :-
मेष :- मेष राशि बालो के लिए लाभ स्थान पर भ्रमण करने से धन वृद्धि, आया के नए साधन उपलब्ध ,आर्थिक स्थिति में सुधार,सम्मान पत्नी के स्वास्थ्य में या आपसी प्रेम में कमी रहेगी।
वृष :- वृष राशि बालो को कार्य क्षेत्र में सफलता,सम्मान, पद, प्रतिष्ठा में वृद्धि आर्थिक सामाजिक, धार्मिक क्षेत्रों में भी सफलता सम्मान।
मिथुन :- मिथुन राशि बालो के लिए इसका मिला जुला असर होगा कभी धन आने में रुकावट,घर में अशांति,कार्यों में बाधा उत्पन्न होगी कभी भाग्य साथ देता रहेगा।
कर्क :- कर्क राशि बालो को ढैया चांदी के पाए से चलेगी जो हानि कारक न होकर शुभ फल प्रदान कर भाग्योन्नति कारक ही सिद्ध होगी।
सिंह :- सिंह राशि बालो को लोहे के पाए से सातवे चलेंगे जो व्यापार,रोजगार में रुकावट, सांझेदारी से हानि भय रहेगा।
कन्या :- कन्या राशि बालो को ताम्र पाद से छठे रहने से ढाई वर्ष तक कार्य, व्यापार,भूमि से लाभ सुख समृद्धि।
तुला :- तुला राशि बालो को पांचवे चांदी के पाद से रहने से ढाई साल अचानक धन, आर्थिक वृद्धि सम्मान,प्रभाव राज्य उन्नति होगी व्यर्थ के वाद विवादो से बचे।
वृश्चिक : - वृश्चिक राशि बालो को चतुर्थ ढैया स्वर्ण पाद से चलेगा घर परिवार में कलह हानि ,चिंता ,अशांत चित्त वातावरण बनेगा शत्रु वा रोग से सावधानी बरतें।
धनु :- धनु राशि बालो को शनि की साढ़ेसाती से छुटकारा मिलेगा उनके रोजगार,कार्य व्यापार में वृद्धि से आर्थिक वृद्धि,सम्मान,जीवन चर्या में सुधार होगा।
मकर :- मकर राशि बालो के लिए शनि की उतरती साढ़ेसाती स्वर्ण पाद से चलेगी श्रम संघर्ष के साथ व्यापार, रोजगार, कार्य की सिद्धि हो सकेगी।
कुंभ :- कुंभ राशि बालो को मध्य की शनि साढ़ेसाती ताम्र पाद से चलेगी श्रम संघर्ष बनेगा परंतु कुंभ राशि का स्वामी होने की वजह से अधिक हानि नहीं होकर रोजगार,व्यापार,कृषि,भूमि से लाभ रहेगा।
मीन :- मीन राशि बालो को प्रारंभ होगी चांदी के पाद से शनि साढ़ेसाती चलेगी मन में भय बनेगा व्यापार कार्य में सोच समझ कर अपने से बड़ों के मार्ग दर्शन से करने से अधिक हानि से बचा जा सकता है।
शनि के दुष्रभाव समय समय पर अन्य ग्रहों की गोचर स्थिती शुभ और अशुभ भ्रमण करने से कम ज्यादा अच्छे खराब प्रभाव बढ़ते रहेंगे। और जन्म कुंडली में शनि की स्थिति दशा महादशा के अनुरूप भी जीवन के अच्छे खराब प्रभाव कम ज्यादा होंगे।
शनि के अशुभ प्रभाव को कम करने के उपाय
1- अपने अपने धर्म के अनुसार शनि मंत्र जाप प्रतिदिन करे या तेईस हजार मंत्रो का जाप करावे।
2 - सरसों का तेल, तिल गुड़ की गजक , ऊनी वस्त्र दान करते रहे।
3 - नाव की कील या काले घोड़े की नाल की लोहे की छला बनवाकर या नीलम रत्न बनवाकर मध्यमा अंगुली में धारण करने से ग्रह पीड़ा शांत होती हैं।
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