सूचना प्रोद्योगिकी के इस युग में कम्प्युटर तथा सूचना तकनीकी से जुड़े अधिकतर लोग लगातार कई घंटों तक कम्युटर पर कार्य करते रहते हैं, बहुत एसे भी हैं जो शौकिया या व्यसनी तौर पर ही सही घंटों कम्प्युटर के सामने बैठे रहते हैं और बड़ी चाव से मॉनिटर को निहारते रहते हैं| सही तौर पर कहें तो हम कम्युटर के इतने आदी हो गए हैं की एक बार कम्युटर के सामने बैठ गए तो फिर वहां से हटने का ख्याल ही नहीं आता और घंटो आँखे गड़ाए बस मोनिटर को निहारते हुए कार्य करते रहते हैं| यह हमारी दिनचर्या का अभिन्न हिस्सा बन गया है, आज हम कम्युटर पर कार्य किये बिना दिन नहीं बिता सकते| कुछ न कुछ कार्य लगा ही रहता है, यदि कोई विशेष कार्य नहीं तो बस मौज मस्ती ही सही और हम जुट जाते हैं इन्टरनेट पर मटरगस्ती करने के लिए और जो एक बार इन्टरनेट की रह पकडी तो फिर अंत कहाँ!!! कुछ और नहीं तो कम्युटर पर विडियो गेम ही खेलने में मसगुल हो जाते हैं.... जो लोग कम्प्युटर के कार्य से जुड़े हैं जैसे की सॉफ्टवेर प्रोग्रामर तथा बीपीओ एवं कॉलसेंटर में कार्य करने वाले लोग तो १२-१५ घंटे कम्युटर मोनिटर से आँखे दो-चार करते रहते हैं...
लगातार कई घंटों तक कम्युटर को देखने से हमारी आँखों पर इसका बेहद ही बुरा प्रभाव पड़ता है जिसके परिणाम स्वरूप हमारी आँखे कमजोर हो सकती हैं जिससे हमारी आँखों पर नंबर वाले चश्में लगाना अनिवार्य हो जाता है| लगातार एक-टक मॉनिटर को निहारते रहने से हमारी आँखों को जरूरी विश्राम नहीं मिल पता तथा हमारी आँखों की पुतली सुखाने लगती है जो हमारी आँखों के स्वास्थ्य के लिए बिल्कुल भी अच्छा नहीं है| बस हमें कम्युटर पर कार्य करते समय नियमित रूप से थोडी थोडी अंतराल पर आँखों के सुरक्षा के लिए कुछ उपाय करते रहने चाहिए जो हमारी आँखों को रहत पहुँचाने के आलावा उनके स्वास्थ्य रहने में भी काफी कारगर सिद्ध होता है| कुछ उपाय जो हमारी आँखों को कमजोर पड़ने से बचायेंगे निम्नलिखित हैं, इनका पालन करके bahut हद तक आँखों को सुरक्षित रखा जा सकता है:
क्या करें:
- कभी भी मॉनिटर को लगातार घूर-घूर कर नहीं देखना चाहिए, समय समय पर अपनी पलकों को झपकते रहना चाहिए|
- हर १५-२० मिनट पर मॉनिटर की तरफ से अपनी नजर हटा कर कमसे कम २-३ मिनट के लिए किसी २०-२५ फीट दूर जगह पर ध्यान ले जाएँ और उस दौरान अपने गरदन को दायें-बाएँ घुमाते रहे|
- हर ४०-५० मिनट पर अपने हाथों की हथेली को आपस में अच्छी तरह से रगड़ कर आँखों को हथेली से करीब १ मिनट तक ढके रहे इससे आँखों को काफी राहत मिलती है|
- हर घंटे-दो-घंटे में अपने चहरे एवं आँखों पर पानी के छींटे मारें इससे आपको न सिर्फ ताजगी मिलेगी अपितु आपकी आँखों को भी राहत महसूस होगा और वे तरोताजा रहेंगे|
- हर दो-घंटे के उपरांत कम से कम ५ मिनट के लिए कहीं टहलने के लिए निकल जाये इससे आप की आँखों को कुछ समय के लिए राहत मिला जायेगा| साथ ही साथ ऐसा करनें से आपके कमर, कंधे एवं रीढ़ की हड्डी का भी कसरत हो जायेगा|
- कम्प्युटर पर कार्य करते वक्त हो सके तो हर संभव एंटीग्लेअर चश्मा जरूर ही पहनें, इससे मॉनिटर से निकलने वाली विकिरणों से हमारे आँखों की सुरक्षा होती है|
- अपनें भोजन में एसे फल एवं सब्जिओं का प्रयोग करे जिससे आँखों को पोषण मिल सके, जैसे की रोज कम से कम एक गाजर जरुर खाएं|
- हफ्ते में एक बार आँखों में सुरमा या काजल लगायें इससे आँखों को काफी राहत मिलाता है| आप आँखों में शुद्ध शहद या नेत्रप्रभा भी लगा सकते हैं| आँखों में कोई भी दवा लगाते समय सफाई का ध्यान देना बेहद आवश्यक है|
- आँखों में लगातार ज्यादा दर्द, जलन या चुभन हो तो तुंरत ही नेत्र विशेषज्ञ से मिलें| वैसे भी समय समय पर आँखों की जांच करवाते रहना चाहिए|
- आँखों में दर्द होने पर या आँखों में कुछ गिर जाने पर कभी भी आँखों को जोर जोर से न रगडें, बल्कि अपनी पलकों को तेजी से झपकें इससे आँखों में अंशु आ जायेंगे जो आँखों के लिए अमृत से कम नहीं हैं, आँशु आने से आँखों में पड़ी गन्दगी भी आँशु के साथ बह कर निकल जायेगी|
- घुर-घुर कर या टक- टकी लगाकर एवं लम्बे समय तक मॉनिटर को न देखें|
- बिना साफ़ किये हाथों या कपडे से आँखों को न पोछें|
- बिना विशेषज्ञ के परामर्श के आँखों में कोई भी दवा या आई-ड्राप न डालें|
- आँखों को धुल-मिटटी के संपर्क में आने से बचाएं|
2 टिप्पणियां:
आंखों पर जोर आप के ब्लॉग जैसी वेबसाइटों की डिजाइन से भी पड़ता है जिसमें बेकग्राउंड गहरे रंग का होता है और पढ़ने पर आंखों पर जौर पड़ता है। अत: आप से निवेदन है कि अपने बल्ग की डिजाइन बदल लें
बहुत अच्छी जानकारी है धन्यवाद्
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